झारखंड राज्य में हरियाली को संरक्षित रखने में यहां के मूल निवासियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, यह बात कोडरमा की उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कही। कोडरमा जिले के बंदरचुकवा गांव में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 75वां वन महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
इस आयोजन का शुभारंभ उपायुक्त मेघा भारद्वाज, वन प्रमंडल पदाधिकारी सौमित्र शुक्ल, जिला परिषद अध्यक्ष रामधन यादव, उपविकास आयुक्त ऋतुराज, अनुमंडल पदाधिकारी रिया सिंह और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
अपने संबोधन में उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि झारखंड में हरियाली बनाए रखने में मूल निवासियों का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग का कार्य वनों का संरक्षण करना है, लेकिन यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम भी इस कार्य में सहयोग दें। जंगलों में लगे पेड़-पौधों का संरक्षण करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि पेड़ों को बचाने से मिट्टी, जल, और पर्यावरण का संरक्षण होता है।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त मेघा भारद्वाज, वन प्रमंडल पदाधिकारी सौमित्र शुक्ल, और अन्य अतिथियों ने पौधारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष रामधन यादव, उपविकास आयुक्त ऋतुराज, अनुमंडल पदाधिकारी रिया सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मुख्य रूप से उपस्थित थे।