कोडरमा से रांची तक का सफर अब महंगा होने जा रहा है। चंदवारा प्रखंड के मदनगुंडी में बने टोल प्लाजा का निर्माण पूरा हो चुका है और इसे जल्द ही चालू किया जाएगा। इससे कोडरमा-रांची मार्ग पर यात्रा करने वाले वाहनों पर अतिरिक्त टोल टैक्स का भार पड़ेगा। इससे पहले, इस मार्ग पर हजारीबाग के नगवां और रांची के ओरमांझी में टोल देना पड़ता था, लेकिन अब तीसरा टोल मदनगुंडी में जोड़ दिया गया है।
इस डेढ़ सौ किलोमीटर के सफर में तीन टोल प्लाजा से गुजरना होगा, जिससे निजी वाहनों की यात्रा महंगी हो जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि टोल प्लाजा के निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन के कारण आसपास के होटल और ढाबे बंद हो गए, जिससे कई लोग बेरोजगार हो गए हैं।
स्थानीय मांगें और समस्याएं
मदनगुंडी टोल प्लाजा के शुरू होने से स्थानीय निवासियों ने कुछ मांगें उठाई हैं। उनकी मुख्य मांगें हैं:
- स्थानीय विस्थापितों को टोल प्लाजा में नौकरी दी जाए।
- टोल प्लाजा के आसपास के निवासियों को टोल टैक्स से छूट दी जाए।
- बेरोजगार हुए होटल और ढाबा मालिकों को मुआवजा या अन्य रोजगार प्रदान किया जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे इसके विरोध में आंदोलन छेड़ देंगे।
पाठकों के लिए सुझाव
- सड़क यात्रा की योजना बनाएं: टोल शुल्क को ध्यान में रखकर अपने बजट की योजना बनाएं।
- कारपूलिंग करें: यात्रा के खर्च को कम करने के लिए कारपूलिंग का विकल्प चुनें।
- समय बचाने के लिए FASTag का उपयोग करें: टोल प्लाजा पर लंबी कतारों से बचने के लिए FASTag का उपयोग करें।
- स्थानीय आवाज़ को समर्थन दें: अगर आप स्थानीय इलाकों के निवासी हैं, तो अपनी मांगों को शांतिपूर्ण ढंग से उठाएं।
- सड़क सुरक्षा का ध्यान रखें: टोल प्लाजा के आसपास धीमी गति से वाहन चलाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
मदनगुंडी टोल प्लाजा के चालू होने से जहां यातायात सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है, वहीं इसका स्थानीय निवासियों पर प्रभाव एक चिंता का विषय बना हुआ है।