Koderma Kisan News: झारखंड मिलेट मिशन को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी रविशंकर प्रसाद वर्णवाल ने अपने कार्यालय में बीटीएम एटीएम के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने झारखंड मिलेट मिशन एवं उससे संबंधित प्रोत्साहन योजना के बारे में बताया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि आनेवाले खरीफ मौसम में मिलेट मोटे अनाज के उत्पादन की योजना को धरातल पर उतारें एवं अधिक से अधिक किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे प्रमुख बिंदु प्रचार प्रसार करना है। उन्होंने कहा कि रैयतों और बंटाईदार किसान दोनों के लिए यह योजना है। इसमें मोटे अनाज का उत्पादन करने वाले किसानों को ₹3,000 प्रति एकड़ से लेकर अधिकतम पांच एकड़ तक ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए बीज की व्यवस्था किसानों को स्वयं करनी होगी। मिलेट उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ किसान को नगद राशि देकर भी पुरस्कृत किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि मिलेट का उत्पादन करने वाले किसान को वैध आधार कार्ड के साथ नजदीकी सीएससी प्रज्ञा केंद्र पर अपना पंजीकरण कराना होगा। इसका ऑनलाइन आवेदन 30 अगस्त से पहले करना आवश्यक है। आवेदन करने वाले किसानों की फसल का मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके बाद संबंधित किसान को इसका पात्र माना जाएगा।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि मोटे अनाज का उत्पादन भारत के ग्रामीण क्षेत्र की विशेषता रही है। हाल के कुछ वर्षों में लोग इसका उत्पादन करना छोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि मिलेट के सेवन से विभिन्न प्रकार के बीमारियों में लाभ मिलता है, खासकर शुगर जैसी बीमारी में यह लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि आज इसके लाभ की वजह से देश और विदेश में मिलेट की मांग बढ़ गई है।