झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर सेविका सहायिकाओं ने 5 अक्टूबर से शुरू होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में झुमरीतिलैया में बुधवार शाम को मशाल जुलूस निकाला। पूर्णिमा टॉकीज परिसर से झंडा चौक तक निकले इस जुलूस में सेविका सहायिकाओं ने जमकर नारेबाजी की, जिनमें “आईसीडीएस का निजीकरण बंद करो”, “केंद्र सरकार होश में आओ”, “सम्मानजनक मानदेय देना होगा”, और “झारखंड सरकार होश में आओ” जैसे प्रमुख नारे गूंजते रहे। जुलूस का आयोजन झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन सीटू के बैनर तले किया गया, जिसमें जिला सचिव वर्षा रानी की अध्यक्षता में एक सभा भी आयोजित हुई। सभा को संबोधित करते हुए यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि जब आंगनबाड़ी की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, तब केंद्र सरकार आईसीडीएस के बजट में कटौती कर इसे निजीकरण की ओर धकेलने की कोशिश कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा।
आठ सूत्री मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल
मीरा देवी ने यह भी कहा कि झारखंड सरकार द्वारा आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं पर काम का दबाव लगातार बढ़ाया जा रहा है, लेकिन उनके मानदेय में सुधार नहीं किया जा रहा है। इस स्थिति के विरोध में सेविका सहायिकाएं 5 अक्टूबर से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं। सभा में मौजूद अन्य नेता, जैसे कि जिला संयुक्त सचिव संतोषी कुमारी, उर्मिला देवी, सुनीता सिंह, उषा, संजू, और मीना एक्का सहित कई अन्य सेविका सहायिकाओं ने भी इस हड़ताल के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।