केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कोडरमा के मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र में राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के तहत एक विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अन्नपूर्णा देवी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और देशभर में 1 से 30 सितंबर तक चलने वाले इस पोषण अभियान के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और बच्चों के पोषण का विशेष ध्यान रखना है।
राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत और उद्देश्य
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत 2018 में हुई थी और अब यह अपना सातवां वर्ष मना रहा है। कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भधारण से लेकर बच्चों की छह वर्ष की आयु तक, उनके पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस दौरान देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनका उद्देश्य बच्चों और महिलाओं को सही पोषण की जानकारी देना है।
कुपोषण मुक्त भारत का लक्ष्य
मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह का मुख्य उद्देश्य देश को कुपोषण मुक्त बनाना है। अब तक पूरे देश में लगभग 8 करोड़ गतिविधियों का आयोजन किया गया है, जबकि झारखंड राज्य में 12.5 लाख गतिविधियां की गई हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर हमारे बच्चे स्वस्थ होंगे, तो हमारा देश भी स्वस्थ रहेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सही पोषण की जानकारी दी जा रही है, ताकि कुपोषण मुक्त भारत का संकल्प पूरा किया जा सके।